वन की अग्नि चन्दन की लकड़ी को , भी जला देती है अर्थात , दुष्ट व्यक्ति किसी का भी , अहित कर सकते है । Chanakya
जो अग्नि हमें गर्मी देती है, हमें नष्ट भी कर सकती है, यह अग्नि का दोष नहीं है.